पेठा जिसे ऐश गॉर्ड (ash gourd), सफेद कद्दू , सफेद लौकी के नाम से भी जाना जाता है।
जिसमें औषधिय गुण बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता हैं।
इसको हम सब्जी, सलाद, जूस , मिठाई आदि बना कर अपने डाइट में शामिल करते हैं।
जो हमारे शरीर के संपूर्ण हेल्थ के लिए बहुत ही जरूरी होता हैं
पेठा का जूस गर्मी में ज्यादा प्रयोग किया जाता हैं जो हमारे स्वास्थ को निम्नलिखित रूप में लाभ पहुंचाता हैं।
पेट की समस्या के लिए पेठे का जूस
पेठे के जूस में प्राकृतिक रूप से फाइबर और प्रोबायोटिक गुड़ पाए जाते हैं।
जो अपच, गैस, एसिडिटी, कब्ज, आइबीएस आदि में बहुत फायदेमंद होता हैं। ये हमारे पूरे पाचन तंत्र को मजबूत बनाए रखता है आंतों को शांत करने में मदद करता हैं।
क्या पेठे के जूस में मोटापा रोधी तत्व होते हैं?
पेठे में मोटापा कम करने के तत्व ज्यादा मात्रा में पाए जाते हैं।
कोई भी नेचुरल चीज में ओ सारे गुड़ पाए जाते हैं जिससे हमारा आदर्श वजन बना रहें।
इसी प्रकार पेठे में कैलरी बहुत कम मात्रा में पाया जाता हैं।
जो ओबेसिटी ( मोटापा) को कम करने में बहुत फायदेमंद होता हैं।
पेठे के जूस के सेवन से भुख भी बहुत कम लगती हैं।
जो मोटापा को कम करने में मदद गार होता हैं
वास्तव में यदि जंक फूड, प्रोसेस्ड फूड, पका हुआ खाना, आलु की बनी चीजे कम कर दीया जाय
और पेठे के जूस का सेवेन किया जाय तो मोटापा कम होगा।
पेठे के जूस में एंटी एजिंग (Anti ageing) गुड होता हैं।
वैसे हर नेचुरल चीज जैसे – सब्जी और फल में एंटी एजिंग गुड पाए जाते हैं।
लेकीन पेठे में या इसके जूस में विटामीन c और अन्य मिनरल भरपूर मात्रा में मिलता हैं जिससे बुढ़ापे की प्रक्रिया को रोकता है।
त्वचा को soft मुलायम रखता हैं झाई और झुर्रियों से बचाता हैं।
पानी की कमी को पुरा करता है जिससे त्वचा पर चमक आती हैं।
मेटाबॉलिक सिंड्रोम Metabolic syndrome में बहुत ही फायदेमंद
मैं अपनी हर पोस्ट में लगभग बताता हुं। मैटाबॉलिक सिंड्रोम से बचे।
ये पॉसिबल है जब आप सुरू से अपने खान पान को नेचुरल रखे।
पेठा के जूस भी नेचर का एक अच्छा स्रोत हैं जिसमे बहुत सारे मिनरल
जैसे -फॉस्फोरस, कैल्शियम, आयरन, थायमिन ,राइबोफ्लेविन
नियासीन आदि भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
जो हमारे ओवरऑल हैल्थ के लिए वरदान साबित होता है।
पेठा गर्मी में एक टॉनिक के रुप में काम करता हैं।
पेठे की तासीर बहुत ठंडी होती हैं जो हमारे शरीर को गर्मी में पानी की कमी को पूरा करता हैं जिससे हमारा शरीर गर्मी से लड़ने में सक्षम होता हैं। जिससे हमारे शरीर को शीतलता प्रदान होती हैं।
अतः पेठे को गर्मी में जरूर सेवन करना चाहिए।
नोट
1– पेठे के जूस को ठंडी के टाईम में प्रयोग करने से बचना चाहिए क्यों की इसकी प्रकृति ठंडी होती हैं जो हमारे पाचन को खराब कर सकती हैं और एलर्जी और सांस के मरीज को दिक्कत कर सकती हैं।
2– यह लेख एक सामान्य जानकारी की पुष्टी करता हैं क्यों की कोई भी होम रेमेडी किसी भी जटिल समस्या वाले मरीज के लिए पूर्ण ईलाज नहीं हों सकता।
क्यों कि मरीज की लक्षण को देखते हुए उसे और भी दवाओं की जरुरत पड़ सकती हैं अतः उसे
बिना चिकित्सक के देख रेख के नहीं लेना चाहिए