लो फोडमैप (FODMAPs) डाइट

लो फोडमैप (FODMAPs) डाइट

-क्या हैं?

लो फोडमैप (Fodmap) डाइट एक एलिमिनेटेड डाइट होती है जो पचने में आसान होती है जिसे सिंपलेस्ट कार्बोहाइड्रेट के रूप में प्रस्तुत किया गया है

इन खाद्य पदार्थों में सिंपल शुगर और स्टार्च होते हैं जो खाने के बाद आसानी से पच सके।

कुछ खाद्य पदार्थ को लिस्ट किया गया है जो पेट और आंतों को कम ट्रिगर करे या नहीं करे जिसकी लिस्ट मैं इसी पोस्ट में बताऊंगा इस लिए इन्हें लोफ़ड मैप में शामिल किया जाता हैं।

बेसिकली इसे मोनोसैकराइड के रूप में ज्यादा प्रस्तुत किया जाता है।मोनोसैकराइड कार्बोहाइड्रेट की एक सिंपल अणु वाला कार्बोहाइड्रेट का फॉर्म है ,जो अन्य सैकराइड ग्रुप के कार्बोहाइड्रेट को मोनोसैकराइड में ही कन्वर्ट होना पड़ता है ,डाइजेशन एंड अब्जॉर्प्शन से पहले।

फोडमैप फुल फॉर्म (full form)

फोडमैप (FODMAPs) stand for….

Fermentable

oligosaccharides

disaccharides

monosaccharides

and

polyols

जो कार्बोहाइड्रेट का एक फॉर्म है जिसके बारे में आगे लिखा गया हैं।

लो फोडमैप (FODMAPs) डाइट

अनाज

जो ग्लूटेन फ्री भी होता हैं।

  • कूटू का आटा (buckwheat flour)
  • मक्के का आटा
  • ओट्स
  • जई
  • जौ
  • ब्राउन राइस (brown rice)
  • क्विनवा / किनोवा (Quinoa) एक छोटे दाने वाली फसल हैं
  • क्विनवा जो मूल रूप से भारत की नहीं है लेकिन कोदो, राजगीरा, मडुआ आदि से मिलती जुलती फसल हैं जो ग्लूटेन फ्री होती है।

– मिलेट्स (millets)

जैसे – बाजरा, ज्वार, कोदो, मडूआ, रमदाना

नोट – गेहूं में ग्लूटेन ज्यादा होता हैं अतः सिलियक मरीज को बिल्कुल नहीं खाना चाहिए।

आई बी एस मरीज को गेहूं को डाइट से अलग कर के देखना चाहिए।

लो फोडमैप (FODMAPs) दाल

  • मूंग की दाल केवल आई बी एस मरीज को रेकमेंड किया जाता हैं जो लो फोड मैप की लिस्ट में आती हैं।
  • बाकि सभी दाल मात्रा कम कर के लो फोडमैप बनाया जा सकता है।

लो फोडमैप (FODMAPs) सब्ज़ी

लौकी , कद्दु, तोरई, नेनुआ, करैला, आलू , खीरा, टमाटर, गाजर , बैगन , सहजन की सब्जी, पेठा की सब्जी, शिमला मिर्च

हाई फोडमैप (FODMAPs) सब्ज़ी

गोभी , मटर, ब्रोकली, प्याज, लहसुन, अदरक, मूली, बीन्स, बोड़ा , भिंडी , मशरूम , पत्ते वाली गोभी

सलजम , पालक, चौलाई, अन्य पत्ते दार सब्ज़ी

लो फोडमैप (FODMAPs) फल

मौसमी , संतरा, नींबू, कच्चा केला, पपीता, कीवी, बेरी, अन्नानाश, अमरूद, कम मात्रा में अनार , अंगूर, कम मात्रा में लिची, चीकू,

हाई फोडमैप (FODMAPs) फल

शेव, नाशपाती, अनार, तरबूज, आम, पका केला, खरबूज

लो फोडमैप (FODMAPs) नट्स एव बीज

मूंगफली,बादाम,अखरोट, पेकान, पाइन नट्स, मैकाडामिया नट्स और तिल , चिया, कद्दू, सूर्यमुखी जैसे कम FODMAPs वाले मेवे और बीज की लिस्ट में शामिल हैं।

हाई (FODMAPs) युक्त नट्स

पिस्ता , काजू, किसमिस, मुन्नका, सुखा नारियल, खजूर होते हैं।

Important –

उपरोक्त सभी लिस्ट में से हर मरीज का अलग – अलग असहिष्णुता (intolerance) होता हैं और अलग प्रभाव भी होता हैं

अतः हो सकता हैं कि आप को कही – कही हाई फोडमैप आप को ट्रिगर ना करें और लो फोड मैप की कुछ डाइट आप को परेशान कर दे।

FODMAPs क्या हैं?

FODMAPs हैं:

किण्वन योग्य (fermentable)

वे सभी खाद्य पदार्थ हैं जिन्हें आपके आंत के बैक्टीरिया खाते हैं, जो किण्वन नामक रासायनिक प्रक्रिया में उन्हें गैसों में परिवर्तित करते हैं।

ओलिगोसैकेराइड्स(oligosaccharides)

इसमें कार्बोहाईड्रेट के कई मोलेक्यूल होते हैं जो डाइजेशन को परेशान करते है ,ये घुलनशील फाइबर हैं जिन्हें प्रीबायोटिक्स के रूप में जाना जाता है, जो आपके आंत में लाभकारी बैक्टीरिया को पोषण देते हैं।

ओलिगोसेकेराइड में प्याज, लहसुन, सेम/दाल और कई गेहूं उत्पाद शामिल हैं।

ऑलिगोसेकेराइड के प्रति संवेदनशीलता गैर-सीलिएक ग्लूटेन संवेदनशीलता के कुछ मामलों को समझाने में मदद कर सकती है। चूंकि ग्लूटेन मुक्त अनाज में ग्लूटेन वाले अनाज की तुलना में किण्वित शर्करा कम होती है, इसलिए कुछ लोग जो सोचते हैं कि वे ग्लूटेन के प्रति संवेदनशील हैं, वास्तव में वह ग्लूटेन के प्रति संवेदनशील हो सकते हैं।

डिसैकेराइड्स(disaccharides)

लैक्टोज इस समूह की किण्वित चीनी है, दूध और अन्य डेरी प्रोडक्ट में मौजूद चीनी लैक्टोज असहिष्णुता (intolerance) दुनिया भर में सबसे आम खाद्य असहिष्णुता में से एक है।

मोनोसैकेराइड्स (monosaccharides)

फलों में मौजूद चीनी, इस समूह की किण्वित चीनी है। लेकिन केवल निश्चित मात्रा और अनुपात में, इसलिए सभी फल प्रभावित नहीं होते हैं।

पॉलीओल्स(polyols)

ये चीनी अल्कोहल हैं, जिनका उपयोग आमतौर पर कृत्रिम मिठास के रूप में किया जाता है। ये कुछ फलों में प्राकृतिक रूप से भी पाए जाते हैं।

फ़ोडमैप को पचाना कठिन क्यों है?

फोडमैप किण्वित (Fermented) लघु श्रृंखला यानी

(कई सारे अणु ) चीनी अणु हैं जिनको हमारा डाइजेस्टिव सिस्टम आसानी से तोड़ नहीं पाता है जिससे फोडमैप पचने में कठीन होते हैं

आसान शब्दों में ये (sugar melocule ) हैं जो एक दूसरे से शृंखला में जुड़े हुए हैं और वे आपकी आंत में बैक्टीरिया द्वारा किण्वित होते हैं ,श्रृंखला में अणु को एकल (single)अणु में तोड़ने की आवश्यकता होती है आपकी छोटी आंत के द्वारा अवशोषित होने के लिए, लेकिन फोडमैप को आसानी से तोड़ा नहीं जा सकता इसलिए ये पचने में आसान नहीं होता हैं।

लो फोडमैप (FODMAPs) डाइट

किसके लिए उपयोगी है?

जिन लोगों का पाचन क्रिया कमजोर हैं और जिन लोगों को गैस ज्यादा बनती हैं अथवा जो लोग आई बी एस या SIBO के मरीज हैं। उनको लो फोडमैप डाइट खाना चाहिए।

नोट – लो फोड मैप डाइट पर एक कुशल चिकित्सक और डायटिएशन की सलाह पे ही जाना चाहिए।

लो फोडमैप (Fodmap) डाइट

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