पुदीना के औषधीय गुड़

पुदीना के औषधीय गुड़

के इस पोस्ट में हम

पुदीना क्या हैं?

पुदीना के उपयोग?

पुदीना के उपयोग से कई तरह के लाभ-

पुदीना के उपयोग से कई तरह के नुकसान –

के बारे में पढ़ेंगे।

पुदीना (Mint)

पुदीना एक औषधीय गुड़ वाला पौधो की प्रजाति हैं जिसकी लगभग 25 तरह की प्रजातियां होती हैं

यह  मेंथा लेमियासी परिवार का पौधा (plant) है।

इसका हमारे स्वास्थ के लिए एक औषधी के रूप में प्रयोग किया जाता हैं.

और इसका प्रयोग मेडिसिन बनाने में भी होता हैं.

अतः हम कह सकते हैं कि पुदीना एक बहुत उपयोगी

पौधा हैं।

पुदीना के औषधीय गुड़ 

पुदीना – पाचन और एलर्जी

पुदीना की तासीर ठंडी होती है जिससे पुदीना गर्मियों में हमारे लिए स्किन प्रॉब्लम और डाइजेशन प्रॉब्लम को ठीक करने में बहुत ज्यादा हेल्प करता है।

पुदीना गर्मी के टाईम में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाली घरेलू उपचार (home remedies) हैं.

पुदीना पेट से संबंधित सभी प्रॉब्लम में फायदा करता हैं

जैसे – गैस, एसिडिटी, कब्ज, उल्टी , लूज मोशन, डायरिया, पेट दर्द , आई बी एस- (irritable bowel syndrome) आदि।

Noteपुदीना पाचन से संबंधित सभी परेशानियों में बहुत बढ़िया औषधि है,

क्यों की इसकी प्रकृति ठंडी होती हैं . लेकिन पुदीने का ज्यादा सेवन नही करना चाहिए।

क्यों कि किसी भी चीज का ज्यादा इस्तेमाल करने से उसका साइड इफेक्ट होता है ।

अतः पुदीने का भी ज्यादा सेवन से पाचन शक्ति खराब हो सकती हैं

और स्किन पर लाल लाल धब्बे और खुजली की प्रॉब्लम हो सकती हैं

पुदीना – सांस व मुख की दुर्गंध

जिन लोगों की मुख व सांस की बदबू की प्रॉब्लम रहती है, उनको पुदीने का सेवन करना चाहिए

जिससे उनके सांस और मुख की दुर्गंध में फ्रेशनेस आती है.

और ये प्रॉब्लम धीरे धीरे सही हो सकता है ,जिन लोगों को सांस और मुख की दुर्गंध वाली समस्या ज्यादा रहता है

ओ लोग पुदीना का च्यूइंग गम चबा सकते हैं।

पुदीना -दांत दर्द में लाभ दायक

यदि पुदीने की पत्ती का पाउडर बनाकर मंजन किया जाय तो दांत दर्द से राहत मिलती है।

पुदीना – कान दर्द में आराम दिलाता हैं

पुदीने की पत्ती का रस निकाल कर कान में डालने से कान के दर्द में आराम मिलता है।

पुदीना – एनर्जी ड्रिंक

पुदीने के रस में स्वाद अनुसार काला नमक और शक्कर का घोल बनाकर पीने से तुरंत ऊर्जा मिलती है

और हमरा शरीर हाइड्रेट होता हैं और पाचन शक्ति बढ़ती हैं।

पुदीना – प्रोबायोटिक के रूप मे

यदि पुदीने की चटनी (यानि पुदीने की पत्ती में नमक, मिर्च,लहसुन ,थोड़ा कच्चा आम मिलाकर चटनी बना लिया जाय

और उसकी अपने डाइट में इस्तेमाल करते हैं तो ये एक प्रोबायोटिक के रूप में काम करेगा

और आप की पाचन शक्ति बढ़ा देगा आप को भुख ज्यादा लगने लगेगी।

पुदीना रायता में डाल के भी खा सकते है ये इससे स्वाद भी बढ़ जाती है और हाजमा भी दुरुस्त हो जाती हैं।

एक और भी घरेलू उपचार व नुस्खा पढ़े कच्चा आम – प्रोबायोटिक 

पुदीना – घाव व चोट मे भी लाभदायक

पुदीने की पत्ती पीसकर घाव व जख्म पे लगाने से आराम मिलता है

क्यों की इस में एंटी इनफ्लोमेट्री और एंटी बैक्ट्रियल गुड होता हैं

पुदीना – स्किन प्रॉब्लम

पुदीने में एंट्री बैक्ट्रीयल गुड होता है जिससे ये सभी प्रकार के स्किन रोग में बहुत फायदेमंद साबित होता हैं

पुदीना – खासी व कफ में लाभदायक

पुदीने में काला नमक और काली मिर्च मिलाकर काढ़ा बना कर पीने से खासी, जुखाम, सर्दी, बुखार में इंस्टेंट लाभ मिलता हैं।

इसके अलावा पुदीने का कई लाभ होते हैं।

पुदीने से नुकसान (side effects)

पुदीना जिस प्रकार से जिस स्थिति में फायदा करता है उसी स्थिति में नुकसान भी कर सकता है.

यदि इसका सेवन ज्यादा मात्रा में कर लिया गया तो

खास करके डाइजेशन को खराब कर सकता हैं

और स्कीन की समस्या बढ़ा सकता हैं

फ्लू, कफ ,खांसी भी ज्यादा हो सकती है ।

अतः पुदीना को लिमिट मात्रा में ही ले

पुदीना को डेली कितनी मात्रा में सेवन कर सकते हैं

आयुर्वेद के अनुसार अपनी छमता के और अपने स्वास्थ के प्रकृति के अनुसार 5 – 10 ग्राम पुदीने का सेवन किया जा सकता हैं।

पुदीना के फायदे और नुकसान के बारे में और भी पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

 

 

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